कश्मीर नहीं, अब कैमूर में होगी शिकारे की सैर
पटना/कैमूर। बिहार पर्यटन को नई पहचान देने की दिशा में सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। अब पर्यटक कश्मीर जाए बिना ही शिकारे की सैर का आनंद उठा सकेंगे। कैमूर जिले में जल्द ही झीलों पर शिकारा टूर की शुरुआत की जाएगी। इसे ‘सुकून डेस्टिनेशन’ के रूप में विकसित किया जा रहा है।
कैमूर बनेगा नया टूरिस्ट हॉटस्पॉट
कैमूर पहले से ही प्राकृतिक सौंदर्य, पहाड़ों और झरनों के लिए प्रसिद्ध है। अब शिकारा टूरिज्म शुरू होने के बाद यह इलाका बिहार का नया पर्यटन केंद्र बनकर उभरेगा। यहां आने वाले पर्यटक झीलों में शिकारा राइड करते हुए हरियाली और शांत वातावरण का आनंद ले सकेंगे।
सरकार की तैयारी
*झीलों को पर्यटन के लिहाज से विकसित किया जा रहा है।
पर्यटकों के लिए ठहरने व खानपान की व्यवस्था होगी।
*स्थानीय युवाओं को शिकारा संचालन और गाइड की ट्रेनिंग दी जाएगी।
*कैमूर को ‘सुकून डेस्टिनेशन’ के तौर पर प्रमोट किया जाएगा।
पर्यटकों को क्या मिलेगा खास?
*झीलों में शिकारे की सवारी
*प्रकृति के बीच शांति और सुकून का अनुभव
*कैमूर की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहरों का भ्रमण
*स्थानीय व्यंजनों का स्वाद
पर्यटन विभाग का मानना है कि इस प्रोजेक्ट से न केवल बिहार को नई पहचान मिलेगी बल्कि स्थानीय स्तर पर रोजगार भी बढ़ेगा। जल्द ही कैमूर पर्यटकों के लिए कश्मीर जैसा अनुभव देने वाला ‘सुकून डेस्टिनेशन’ बनकर सामने आएगा।
