पीएम-सीएम और मंत्री जेल में रहकर सत्ता सुख नहीं: बिहार में पीएम मोदी का बड़ा बयान
गया (बिहार)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को गया से विपक्ष पर सीधा निशाना साधते हुए कहा कि अब कोई प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री या मंत्री जेल में रहकर सत्ता का आनंद नहीं ले सकेगा। उन्होंने साफ किया कि सरकार ने संविधान संशोधन के तहत ऐसा प्रावधान किया है जिसमें यदि कोई जनप्रतिनिधि किसी गंभीर आरोप में 30 दिन से अधिक जेल में रहेगा और जमानत नहीं मिल पाएगी, तो 31वें दिन उसकी कुर्सी अपने आप चली जाएगी।
विकास परियोजनाओं की सौगात
प्रधानमंत्री ने इस मौके पर ₹13,000 करोड़ से अधिक की परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। इनमें ऊर्जा, स्वास्थ्य, शहरी विकास, औद्योगिक विस्तार और पर्यटन से जुड़ी योजनाएँ शामिल हैं।
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गंगा पर औंटा-सिमरिया छह-लेन पुल का उद्घाटन किया गया, जिससे उत्तर और दक्षिण बिहार के बीच की दूरी करीब 100 किलोमीटर कम हो जाएगी।
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गयाजी में आधुनिक कैंसर अस्पताल और अनुसंधान केंद्र शुरू किया गया।
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प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत बिहार में अब तक 38 लाख परिवारों को पक्के मकान मिले हैं, वहीं गयाजी जिले में 2 लाख से अधिक परिवार लाभान्वित हुए।
डेमोग्राफी मिशन की घोषणा
मोदी ने अपने संबोधन में एक नई पहल – ‘डेमोग्राफी मिशन’ की घोषणा की। इसके तहत जनसंख्या आधारित योजनाओं और संसाधनों का वैज्ञानिक प्रबंधन सुनिश्चित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह कदम देश की सामाजिक-आर्थिक संरचना को संतुलित रखने और घुसपैठियों से देश की सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण है।
विपक्ष पर सीधा हमला
प्रधानमंत्री ने राजद के शासनकाल को ‘लालटेन युग’ (Lantern Era) बताते हुए कहा कि उस दौर में बिहार अंधकार और पिछड़ेपन में डूबा हुआ था। उन्होंने कांग्रेस और राजद पर आरोप लगाया कि उन्होंने बिहारियों को सिर्फ ‘वोट बैंक’ समझा और विकास की परवाह नहीं की।
युवाओं और महिलाओं को संदेश
मोदी ने युवाओं को रोजगार, स्टार्ट-अप और शिक्षा के नए अवसर देने की बात कही। साथ ही महिलाओं के सशक्तिकरण और किसानों की आय दोगुनी करने के प्रयासों को सरकार की प्राथमिकता बताया।
भ्रष्टाचार-मुक्त भारत का संकल्प
अपने 11 वर्षों के कार्यकाल का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने दावा किया कि उनकी सरकार ने भ्रष्टाचार-मुक्त और पारदर्शी शासन दिया है। उन्होंने कहा कि आने वाले वर्षों में बिहार सहित पूरे देश को आधुनिक बुनियादी ढांचे, बेहतर स्वास्थ्य और शिक्षा सुविधाओं से जोड़ा जाएगा।
निष्कर्ष
गया में पीएम मोदी का यह भाषण एक ओर जहां विकास परियोजनाओं की बड़ी सौगातों से भरा था, वहीं दूसरी ओर इसमें विपक्ष के खिलाफ कड़े राजनीतिक हमले भी शामिल थे। डेमोग्राफी मिशन की घोषणा और भ्रष्ट नेताओं पर कड़ा प्रावधान आने वाले चुनावी माहौल में खासा असर डाल सकता है।