छापा पड़ते ही जला दिए 2–3 करोड़ रुपये कैश
पटना। बिहार में एक इंजीनियर के ठिकानों पर हुई छापेमारी ने भ्रष्टाचार की परतें खोल दीं। निगरानी और आयकर विभाग की संयुक्त टीम की कार्रवाई में करोड़ों की अवैध संपत्ति का खुलासा हुआ। सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि इंजीनियर ने छापा पड़ते ही 2 से 3 करोड़ रुपये कैश जला डाले, ताकि काले धन के सबूत अधिकारियों के हाथ न लग सकें।
क्या मिला छापेमारी में?
*करोड़ों रुपये की अघोषित संपत्ति के दस्तावेज
*आलीशान घर, लग्जरी गाड़ियाँ और महंगे सामान
*जमीन-जायदाद से जुड़े कागजात
*जलाए गए कैश की राख, जिससे एजेंसियां रकम का अंदाज़ा लगा रही हैं
इंजीनियर की आलीशान जिंदगी पर था शक
स्थानीय लोगों के मुताबिक, यह इंजीनियर लंबे समय से अपने रुतबे और ऐशो-आराम की वजह से चर्चा में था। महंगी गाड़ियों का काफिला और शाही ठाठ-बाठ उसकी लाइफस्टाइल को आम सरकारी अधिकारी से अलग दिखाता था।
जांच एजेंसियां जुटीं सबूतों में
फिलहाल निगरानी और आयकर विभाग की टीमें जब्त दस्तावेजों और संपत्तियों की जांच कर रही हैं। यह भी पता लगाया जा रहा है कि इंजीनियर ने किस-किस ठेके और काम के जरिए काला धन इकट्ठा किया।
बड़ा सवाल
यह मामला एक बार फिर सवाल खड़ा करता है कि बिहार जैसे राज्यों में भ्रष्टाचार की जड़ें कितनी गहरी हैं। सरकारी पदों पर बैठे अधिकारी कैसे जनता की गाढ़ी कमाई का गला घोंटकर काले धन का साम्राज्य खड़ा कर लेते हैं।
