अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के लिए मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रहीं। इस बार मामला उनकी आर्थिक नीतियों से जुड़ा है। उनके कार्यकाल में लगाए गए टैरिफ (Import Tariff) अब अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट में चुनौती झेल रहे हैं।
क्या है टैरिफ विवाद?
- ट्रंप प्रशासन ने चीन समेत कई देशों से आने वाले अरबों डॉलर के सामान पर भारी टैरिफ लगाए।
- मकसद था अमेरिकी उद्योग और नौकरियों की सुरक्षा।
- विरोधियों का आरोप है कि इस फैसले से अमेरिकी उपभोक्ताओं पर बोझ बढ़ा और महंगाई तेज हुई।
सुप्रीम कोर्ट में क्या दांव पर है?
अदालत यह तय करेगी कि ट्रंप प्रशासन का यह कदम कानूनी था या नहीं।
- पक्ष में फैसला → ट्रंप की बड़ी जीत और चुनावी फायदा।
- विपक्ष में फैसला → टैरिफ वापस लेना पड़ सकता है और राजनीतिक नुकसान।
क्यों बढ़ी ट्रंप की चिंता?
- पहले से ही कई कानूनी मामलों और जांचों से जूझ रहे हैं ट्रंप।
- चुनावी साल में उनकी ‘मजबूत नेता’ वाली छवि दांव पर है।
- विरोधियों को मिलेगा बड़ा हमला करने का मुद्दा।
आगे का रास्ता
अब सबकी निगाहें सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई पर हैं। यह फैसला न केवल ट्रंप के राजनीतिक भविष्य को प्रभावित करेगा, बल्कि अमेरिका की आर्थिक और चुनावी दिशा भी तय कर सकता है।
👉 बड़ा सवाल: क्या ट्रंप अपनी ट्रेड वॉर नीति को बचा पाएंगे या उन्हें टैरिफ वापस लेना पड़ेगा?
