निरीक्षण में दिखी रफ्तार और सावधानी
पटना मेट्रो परियोजना में काम तेज़ी से आगे बढ़ रहा है। मेट्रो रेल संरक्षा आयुक्त ने हाल ही में डिपो, रोलिंग स्टॉक और तीन महत्वपूर्ण स्टेशनों का निरीक्षण किया। इस दौरान सुरक्षा मानकों और यात्री सुविधाओं की बारीकी से समीक्षा की गई।
40 किमी प्रति घंटे की स्पीड पर टेस्टिंग
निरीक्षण के दौरान रोलिंग स्टॉक को 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलाकर तकनीकी और सुरक्षा मानकों की जांच की गई। यह परीक्षण मेट्रो के सुरक्षित संचालन और यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए किया गया।
यात्री सुविधाओं पर फोकस
स्टेशनों पर उपलब्ध यात्री सुविधाओं – जैसे लिफ्ट, एस्केलेटर, प्रतीक्षालय, टिकटिंग सिस्टम और सुरक्षा उपकरण – का मूल्यांकन किया गया। अधिकारियों ने यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए कि यात्रियों को यात्रा के दौरान सुरक्षित और सहज अनुभव मिले।
सुरक्षा को मिली सर्वोच्च प्राथमिकता
मेट्रो रेल संरक्षा आयुक्त ने परियोजना अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि सुरक्षा मानकों में किसी भी प्रकार की लापरवाही न हो। साथ ही निर्माण कार्य के दौरान गुणवत्ता और समयसीमा दोनों का ध्यान रखने को कहा गया।
पटना के यातायात में क्रांतिकारी बदलाव की उम्मीद
मेट्रो परियोजना के समय पर पूरा होने से पटना में सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था में बड़ा बदलाव आने की उम्मीद है। इससे शहर के ट्रैफिक पर दबाव कम होगा और यात्रियों को आधुनिक, सुरक्षित और समयबद्ध परिवहन की सुविधा मिलेगी।
