ICSSR की कार्रवाई, विदेशी स्रोतों से जुड़ी फंडिंग और चुनावी सर्वे में पक्षपात के आरोपों से हिली देश की सबसे पुरानी शोध संस्थ
✦ सारांश
देश की नामी रिसर्च संस्था Centre for the Study of Developing Societies (CSDS) पर गंभीर आरोप लगे हैं। नई रिसर्च और सरकारी रिपोर्टों में दावा किया गया है कि संस्था ने विदेशी फंडिंग के जरिए भारतीय लोकतंत्र और चुनावी प्रक्रिया पर सवाल उठाने का काम किया। ICSSR ने संस्था को नोटिस जारी किया है और अब स्वतंत्र जांच की तैयारी है। इस पूरे मामले ने शोध की स्वतंत्रता बनाम पारदर्शिता की बहस को तेज़ कर दिया है।
✦ क्या है पूरा मामला?
हाल ही में सामने आई रिपोर्ट्स के अनुसार, CSDS पर आरोप है कि उसने विदेशी संगठनों से फंडिंग लेकर ऐसे सर्वे और अध्ययन किए, जिनसे भारत की चुनावी व्यवस्था और लोकतांत्रिक संस्थाओं की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े हुए।
✦ फंडिंग का विवाद
CSDS की वेबसाइट पर सीमित विदेशी फंडिंग की जानकारी उपलब्ध है।
आरोप है कि वास्तविक आंकड़े छुपाए गए और चुनिंदा डेटा ही दिखाया गया।
इससे यह शक गहराया कि कहीं न कहीं बाहरी ताकतें भारतीय राजनीति में हस्तक्षेप कर रही
✦ ICSSR की सख्ती
Indian Council of Social Science Research (ICSSR) ने CSDS को showcause नोटिस जारी किया।
वित्तीय और शोध प्रक्रिया की पूरी जानकारी मांगी गई है।
आरोप सिद्ध होने पर संस्था पर कड़ी कार्रवाई संभव है।
✦ CSDS का पक्ष
CSDS ने अपनी सफाई में कहा कि:
संस्था की अधिकांश फंडिंग भारतीय स्रोतों से आती है।
विदेशी फंडिंग उनकी कुल आय का बहुत छोटा हिस्सा है।
उनका शोध पूरी तरह स्वतंत्र और निष्पक्ष है।
✦ क्यों बढ़ा विवाद?
सरकार और विपक्ष दोनों इस मुद्दे पर आमने-सामने हैं।
कुछ लोग इसे लोकतंत्र के खिलाफ विदेशी षड्यंत्र मान रहे हैं।
वहीं CSDS समर्थक इसे स्वतंत्र शोध पर सरकारी दबाव बता रहे हैं।
✦ आम जनता के लिए मायने
अगर शोध संस्थाओं की पारदर्शिता पर सवाल उठते हैं, तो लोकतंत्र की विश्वसनीयता प्रभावित होती है।
लेकिन साथ ही, शोध की स्वतंत्रता भी लोकतांत्रिक मूल्यों के लिए उतनी ही जरूरी है
✦ निष्कर्ष
CSDS विवाद सिर्फ एक संस्थान तक सीमित नहीं है, बल्कि यह भारतीय लोकतंत्र में शोध की भूमिका, विदेशी प्रभाव और पारदर्शिता जैसे अहम सवालों को उजागर करता है। आने वाले समय में ICSSR की जांच तय करेगी कि यह मामला केवल प्रशासनिक गड़बड़ी था या फिर वाकई में भारतीय लोकतंत्र के खिलाफ संगठित साजिश।
